History of Computer in Hindi PDF Download Free

History of Computer in Hindi PDF – आज हम इस लेख के माध्यम से History of Computer in Hindi PDF में देने वाले जिसे आप मुफ्त डाउनलोड करके पढ़ सकते है। History of Computer यानि कंप्यूटर का इतिहास PDF आपको हिंदी में डाउनलोड करने को मिलेगा। जिसे आप Google Drive के माध्यम से आसानी से डाउनलोड कर सकते है। 

History of Computer in Hindi PDF

History of Computer in Hindi PDF

एक समय ऐसा था जब भारत के लोग कंप्यूटर के बारे में कम ही जानते थे। लेकिन आज एक समय है जंहा सभी काम कंप्यूटर के माध्यम से ही हो रहा है। मै जंहा तक मैं समझता हूँ की कंप्यूटर का बिकास में इंटरनेट की बहुत बड़ी भूमिका है। क्यूंकि जिस तरह से भारत में लोग इंटरनेट का उपयोग करना शुरू किया जिसके बाद से लगभग सभी काम ऑनलाइन होने लगा।

जिसके कारन कंप्यूटर का विकास हुआ। यदि आप भी कंप्यूटर का इतिहास (History of Computer in Hindi) पढ़ना चाहते है तो आप हमारे लेख और History of Computer in Hindi PDF के माध्यम से पढ़ सकते है। आप निचे दी गई लिंक से History of Computer in Hindi PDF Download कर सकते है। 

History of Computer in Hindi – कंप्यूटर का इतिहास

Computer नाम की शब्द की उत्पत्ति English भाषा में Computer Word से हुई थी। Computer शब्द का अर्थ गणना करना होता है। कंप्यूटर का अविष्कार गणितिय गणनाओं की पूर्ति के लिए किया गया था। हम सभी जानते है की कंप्यूटर के जानक चार्ल्स बैबेज को कहा जाता है। क्यूंकि इन्होने ने सन 1842 ई. में एक शक्तिशाली मशीन की रूपरेखा तैयार की जिसका नाम एनालिटिकल इंजन (Analytical Engine) रखा था।

Analytical Engine नाम का कंप्यूटर ही आज के आधुनिक कंप्यूटर का आधार बना है। इसीलिए चार्ल्स बैबेज को कंप्यूटर के जनक या कंप्यूटर के पिता कहा जाता है। हला की यह दुनिया में बना हुआ पहला कंप्यूटर नहीं था। इससे पहले भी कंप्यूटर बनाया जा चूका है। कम्यूटर का विकास एवं इतिहास कुछ इस प्रकार है।  

History of Computer in Hindi – कंप्यूटर का इतिहास एंव विकास कुछ इस प्रकार है।  

Abacus Computer (अबेकस कंप्यूटर)

सबसे पहले Abacus Computer Device का आविष्कार गणना करने के लिए चीन में लगभग 600 ईसा पूर्व हुआ था। Abacus नाम का यह यंत्र को सोरोबान (Soroban) के नाम से भी जाना जाता हैं। इस device की सहयता से बिना किसी कॉपी, कलम के गणितीय क्रियाओं आसानी से हल किया जा सकता था।

नेपियर बोन्स (Napier Bones)

John Napier एक महान Mathematician और Physician थे। जिन्होंने उन्होंने गुणा-भाग करने के लिए एक यंत्र बनाया था। इस यंत्र में नव अलग-अलग तरह की अंक चिन्हित हड्डियों का इस्तेमाल किया था। जिसके कारन इसका नाम नेपियर बोन्स (Napier Bones) रखा गया था। इस यंत्र का उपयोग अंकों को गुणा और भाग करने के लिए होता था। इस यंत्र में अंकों को गुणन करने की बजाय अंकों को जोड़ की सहायता से गुणा किया जाता था।

पास्कल द्वारा बनाया गया पास्कलाइन (Pascaline) यंत्र

1942 में फ्रांस के गणितज्ञ ब्लेज पास्कल (Blaise Pascal) ने सबसे पहला Mechanical Calculating Machine बनाया था। यह एक एक यान्त्रिक गणना करने का यंत्र था। जिसका नाम Adding Machine रखा था। ये यंत्र केवल जोड़ और घटाव करने का काम करता था। ये घड़ी और ओडोमीटर के सिद्धान्त पर काम करता हैं।

Reckoning Machine (रेकनिंग मशीन)

जर्मनी गणितज्ञ व फिलोसोफर बेरन गॉटफ्रेड विलहेल्म वॉन लेबनीज (Baron Gottfried Wilhelm von Leibniz) ने एक यंत्र तैयार किया था। जिसका नाम Reckoning Machine रखा था। ये विकसित रूप तैयार किया गया यंत्र था। जो जोड़, घटाव के साथ साथ गुणा व भाग की भी कर लेता था।

जोसेफ जेकार्ड द्वारा बनाया गया जेकार्ड का लूम (Jacquard’s Loom)

जोसेफ जेकार्ड द्वारा बनाया गया यंत्र आधुनिक कंप्यूटर का विकास में बहुत बड़ा योगदान है। जोसेफ जेकार्ड फ़्रांस के एक बुनकर थे। जिन्होंने कपड़े बुनने के एक ऐसे लूम का आविष्कार किया जो कपड़ों की डिजाईन का पैटर्न स्वयं ही तैयार कर देता था। इस यंत्र के निर्माण के बाद दो विचारधाराएँ निकला 1. पंच कार्ड पर सुचना लिखा जा सकता है। 2. पंच कार्ड पर सुचना को निर्देशों का ग्रुप माना जा सकता हैं। ये प्रोग्राम के रूप में कार्य करता हैं। 

चार्ल्स बैबेज द्वारा बनाया गया डिफरेंस इंजन (Difference Engine)

19वीं शताब्दी में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के विज्ञान के प्रोफ़ेसर चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) ने सन 1822 में ब्लेज पास्कल के यंत्र पास्कलाइन से प्रेरणा लेकर Difference Engine नाम का यंत्र बनाया। ये एक गणना करने वाली एक यान्त्रिक मशीन (Mechanical Machine) था। इसके माध्यम से विश्वसनीय परिणाम प्राप्त की जा सकता था।

चार्ल्स बैबेज द्वारा बनाया गया एनालिटिकल इंजन (Analytical Engine)

Difference Engine नाम के यंत्र बनाने के बाद चार्ल्स बैबेज ने सन 1842 में एक शक्तिशाली मशीन आविष्कार किया। जिसका नाम एनालिटिकल इंजन (Analytical Engine) था। ये यंत्र पूरी तरह Automatic था। जो गणित के मूलभूत काम को बहुत अच्छे से करता था। यह यंत्र आटोमेटिक किसी भी परिणाम को छाप भी सकती थी।

लेकिन चार्ल्स बैबेज ने इस मशीन की रूपरेखा के अनुरूप एक वास्तविक मशीन का निर्माण नहीं कर पाएं। लेकिन चार्ल्स बैबेज की एनालिटिकल इंजन आगे चलकर आधुनिक कंप्यूटर का आधार बना गया। जिसके कारन चार्ल्स बैबेज को कंप्यूटर के पिता या फादर ऑफ कंप्यूटर कहा जाता है।

Ada Augusta के द्वारा एनालिटिकल इंजन क्रियाशील मॉडल बनाना  

चार्ल्स बैबेज के एनालिटिकल इंजन तैयार करने के बाद उनके सहयोगी एडा आगस्टा (Ada Augusta) ने इसको आगे बढ़ाया और एनालिटिकल इंजन को एक क्रियाशील मॉडल के रूप में तैयार कर दी थी। आपको बता दे की एडा आगस्टा अंगेजी के प्रसिद्ध कवि लार्ड बायरन की बेटी थी।

कीबोर्ड यंत्र (Keyboard Machine)

1980 के आसपास संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में Keyboard का अविष्कार किया गया। इसमें आकडों व निर्देशों को देने के लिए Keyboard का प्रयोग किया गया था।आज के समय लगभग सभी लोग कीबोर्ड का उपयोग कर लिए होंगे वे चाहे मोबाइल का कीबोर्ड हो या लैपटॉप, कंप्यूटर सभी ने कीबोर्ड का उपयोग किये तथा देखे होंगे।

हर्मन होलेरिथ द्वारा बनाया गया होलेरिथ सेंसस टैब्यूलेटर (Hollerith Census Tabulator)

अमेरिका में सन् 1890 में होने वाली जनगणना के कार्य को जल्दी से पूरा करने के लिए हर्मन होलेरिथ द्वारा एक मशीन का निर्माण किया गया। जिसका नाम होलेरिथ सेंसस टैब्यूलेटर (Hollerith Census Tabulator) रखा था। इस यंत्र में पंचकार्डो का इस्तेमाल किया गया था। इस यंत्र के मदद से जनगणना के कार्य 3 वर्षों में पूरा कर लिया गया। वही जब 1880 में जनगणना हुआ था तब जनगणना पूरा होने में 7 वर्ष का समय लग गया था।

1896 में हर्मन होलेरिथ ने Tabulating Machine Company बनाई आगे चलकर इस कंपनी का नाम बदल दिया गया। जिसके बाद इसका नाम Computer Tabulating Recording Company रखा गया। पुनः 1924 में इस कंपनीका नाम बदलकर IBM (International Business Machine) रखा गया। जो आज पूरे दुनिया में Computer Manufacturing करने वाली सबसे बड़ी कंपनी है। 

पर्सनल कंप्यूटर का आविष्कार

सबसे पहला पर्सनल कंप्यूटर 1974 में निर्माण किया गया था। जिसके बाद 1977 में पहला व सफल Micro Computer PC का विकसित हुआ। Micro Computer PC का निर्माण युवा तकनीशियन स्टीव वोजनायक (Steve Wozniak) ने किया था। जिसका नाम उन्होंने Apple – 1 रखा। लेकिन स्टीव वोजनायक 3 महीने बाद ही Apple -11 नामक नए कंप्यूटर को विकसित करना आंरभ कर दिया। 

History of Computer in Hindi PDF Download

History of Computer in Hindi PDF आप निचे दी गई लिंक के माध्यम से बहुत ही आसानी से History of Computer in Hindi PDF यानि कंप्यूटर का इतिहास पीडीऍफ़ में डाउनलोड कर सकते है। History of Computer in Hindi PDF आपको कप्यूटर के विकास के सम्पूर्ण जानकारी मिल जाएगी।

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Conclusion – History of Computer in Hindi PDF 

हमें उम्मीद है की History of Computer in Hindi PDF आप बहुत आसानी से डाउनलोड कर लिए होंगे। साथ ही आपको History of Computer in Hindi वाला लेख पसंद आया होगा। हमने इस लेख में History of Computer in Hindi में सीखा है किस तरह से कंप्यूटर का अविष्कार हुआ था। सभी जानकारी आपको इस लेख और पीडीऍफ़ में मिल जायेगा।

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