Hindi Poems About Nature | प्रकृति पर कविताएँ

Hindi Poems About Nature – प्रकृति पर कविताएँ: दोस्तों आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से Hindi Poems About Nature यानि प्रकृति के बारे में हिंदी कविता लिखा है। जो छात्र या कोई व्यक्ति Hindi Poems About Nature यह पढ़ने के लिए आए है तो आप बिलकुल सही जगह पर आए है। यह हम आपके लिए Hindi Poems About Nature जो हिंदी में लिखें है। जिसमे कवि और कबिता का नाम दोनों शामिल है।

Hindi Poems About Nature

आज हम जिस पृथ्वी पर है वे सभी तरह प्रकृति से घिरा हुआ है। प्रकृति के बिना पृथ्वी पर हमारा जीवन संभव ही नहीं है। आज पृथ्वी पर प्रकृति है तो हम है। आज हमें प्रकृति के कारन ही शुद्ध हवा, भोजन, पानी और बहुत से संसाधन बिलकुल मुफ़्त में मिल जाता है।

जिसके कारन हमारा जीवन आसान हो जाता है। इससे पता चलता है प्रकृति Nature हम सभी के लिए कितना महत्वपूर्ण है। लेकिन आज हम जिस तरह से अपने स्वार्थ के लिए प्रकृति को नुकसान पहुँचा रहे है। वैसे में आने वाला समय हम सभी लोगो के लिए या आने वाले हमारे पीढ़ीयो (Generation) के लिए बहुत बड़ा संकट का कारन बनेगा।

पृथ्वी की प्रकृति की ख़ूबसूरती और सुंदरता को देखते हुए बहुत से कवियों इस पर कबिता लिखा है। जो कबिता हम इस आर्टिकल के माध्यम से आप तक लेन का प्रयास किया है। आपको बता दे की कवि प्रकृति से बहुत अधिक प्यार करते है जिसके कारन वे प्राकृति के बहुत ही करीब होते हैं। जिससे  छायावादी युग के बहुत से कवि प्रकृति को आधार मानकर Hindi Poems About Nature अनेकों रचनाएँ की है। 

Hindi Poems About Nature – प्रकृति पर कविताएँ

इस आर्टिकल में हम Hindi Poems About Nature – प्रकृति पर कविताएँ  निचे एक लेख के माध्यम से दिया है। 

प्रकृति की दुनिया

सुनो, ओ मेरे दोस्तों, प्रकृति की दुनिया में खो जाओ।
पहाड़ों की ऊचाईयों पर चढ़ जाओ,
नदियों की धारों में बह जाओ।

हरियाली की छांव में घूमो,
फूलों की महक से बहक जाओ।
बादलों के साथ उड़ जाओ,
हवाओं के संग नाचो और गाओ।

देखो, पेड़-पौधों की छाया में,
पक्षियों की चहचहाहट सुनो।
जीव-जंतुओं की भरी दुनिया में,
खुद को नवीनता से गुलज़ार करो।

धरती की सुंदरता को महसूस करो,
उसके सौंदर्य का अनुभव करो।
प्रकृति के साथ एक बन जाओ,
और इस धरा को स्नेह से आवारा करो।

यह प्रकृति का खेल है,
यह जीने का आदर्श है।
इसके संगीत में डूब जाओ,
और नई उमंगों का संगीत सँवारो।

प्रकृति की गोद में

प्रकृति की गोद में बैठकर,
मैं खो जाता हूँ सुकून की दुनिया में।
बदलते रंगों की झलकों में,
मेरा मन मंत्रमुग्ध हो जाता है।

उठती हुई सूरज की किरणों से,
मेरी आंखों को चमक मिलती है।
सम्मोह से हर फूल की खुशबू,
मेरी सांसों को भर जाती है।

हर छोटी-छोटी बूंद का झोंका,
मेरे आंगन में खिल जाता है।
हर पेड़ की वृक्षता से,
मेरा अन्तरंग जुड़ जाता है।

जंगलों की शांति में घूमते-घूमते,
मेरी आत्मा तृप्ति पा जाती है।
पक्षियों की मधुर गायन से,
मेरा मन सुख समेट जाता है।

प्रकृति की गोद में बैठकर,
मैं भर लेता हूँ नई ऊर्जा का संचार।
यहाँ सब कुछ प्रकृति प्रेम से मिलता है,
मैं खुद को प्रकृति के आदर्श में हर बार पाता हूँ।

प्रकृति के रंग

देखो, प्रकृति के रंग चमक रहे हैं,
मिट्टी की खुशबू सब को भा रही है।
पुष्पों की ताजगी छा रही है,
मौसम की हर बदलाव लाती है।

हरियाली से सजी पहाड़ी चढ़ती है,
नदियों में पानी बह रहा है।
पक्षियों की मधुर किरणे गुनगुना रही हैं,
वनों का रंगीन नृत्य देखा रहा हूँ।

मधुर वाताओं की सिरगोज़ारी सुनो,
गहरी धूप का स्पर्श महसूस करो।
धरती की गोद में बैठकर,
प्रकृति के रंग चित्रित करो।

प्रकृति की आग

देखो, प्रकृति की आग जल रही है,
वनों में हरे-भरे पेड़ जगमगा रहे हैं।
बगीचों के फूलों ने आगे बढ़कर कहा,
“हम भी प्यार से जीना चाहते हैं।”

पहाड़ों के ऊचे शिखर से,
नदियों की धारा बह रही है।
हवा बोली, “मेरे बीजों को बहार देने आओ,
और अपने जीवन को नई उड़ान देने आओ।”

सूरज की किरणों ने बोला,
“मैं देता हूँ रोशनी, धरती को प्रकाश।”
चंद्रमा मुस्काते हुए बोला,
“मैं देता हूँ चमक, रात को उजाला।”

प्रकृति की आग हमें जगाती है,
उसकी गोद में हम सुकून पाते हैं।
हम भी इस आग को जगाने के लिए,
उसके साथ उठ जाते हैं।

प्रकृति की पुकार

ऊँची चट्टानों के बीच बसी,
सुंदरता की यह महिमा है।
समुद्र की लहरें तरंग लेकर,
गीतों की गाथा हैं।

हरियाली से सजी हर घाटी,
प्रेम का संगीत गाती है।
फूलों की महक से मेहकता,
प्यार का संदेश लाती है।

पक्षियों का संगीत गूंजता,
आकाश में उड़ान भरता है।
वृक्षों की छाया से लिपटा,
सुकून का आदान करता है।

पहाड़ों की ऊँचाई से देखो,
प्रकृति की अनंत शोभा है।
नदी के साथ बहती जीवन,
प्रेम की प्रवाह है।

धरती माता की उपासना,
प्रकृति का नया गान है।
हर सूर्यास्त और सुबह की चाय,
जीवन की नयी पहचान है।

चलो, इस प्रकृति के आगे,
हम आपसे वादा करें।
इसे संरक्षण करेंगे हम,
हर पल इसे सम्मान देंगे।

जीवन का यह संगम है,
प्रकृति की पुकार है।
इसे समझें, इसे संवारें,
हम उसके निर्माता की प्यार है।

प्रकृति की ओर

अद्भुत प्रकृति की दुनिया,
वनों में छाई यह खुशबू सुहानी।
हरे-भरे पेड़ और फूलों की चादर,
देती है सबको विश्राम का आदर।

पहाड़ों के शिखर ऊँचे-कटोरे,
नदियों के लहरें हैं प्रवाहमय तोरे।
पशु-पक्षी गाते हैं मधुर गीत,
देते हैं प्रकृति को सबको जीवन वीत।

हर बूंद कानों में गुँथी है खुशियाँ,
हर पत्ती के झूलते हैं सपने नये।
चिड़ियों का चहचहाना सुनो,
जीवन के साथ बनाओ मेल मिलाप अपनो।

प्रकृति है हमारी जीवन की आधार,
हम सबको देती है खुदाई का अद्भुत प्यार।
इसे संरक्षण करो, इसे बचाओ,
प्रकृति पर ध्यान दो और खुशहाल रहो।

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Conclusion – Hindi Poems About Nature 

हमें उम्मीद है, की StudentExam.in के तरफ से लिखी गई Hindi Poems About Nature (प्रकृति पर कविताएँ) आपको पसंद आया होगा। हमने इस लेख में 6 कविता लिखा है। 1. प्रकृति की दुनिया 2. प्रकृति की गोद में 3. प्रकृति के रंग 4. प्रकृति की आग 5. प्रकृति की पुकार 6. प्रकृति की ओर ये 6 उन कविता का नाम है। इस लेख से जुड़ी आपके मन में किसी भी तरह का सवाल हो तो आप हमसे निचे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है।

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